Sunday, 2 July 2017

Aurat Koi Shabd Nahi Tere Janm Ka Praman Hai

औरत कोई शब्द नहीं तेरे जन्म का प्रमाण है


vidisha srivastava

तू किताब की कुछ पंक्तिया नहीं
तू पूरी की पूरी किताब है
जो समेट कर सबको बैठीं
तू समुंदर वो विशाल है
तू इतिहास की मिसाल नहीं
तू आज की मशाल है

Meri Kalam - Jyosha

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