Monday, 7 August 2017

Pyar Ka Nata Raksha bandhan

meri kalam


ये बंधन है प्यार का 
राखी की कलाई से फर्क नहीं पड़ता
बात जब हो रक्षा की
बहना या भाई से फर्क नहीं पड़ता |
वक़्त आने पर बहन 
तुमारी भाई बन जाये
फर्क नहीं पड़ता 
वक़्त बिताने पर भाई तुमारी बहन बन जाये 
फर्क नहीं पड़ता |
रक्षा तो नाता है प्रेम का
बहन बांधें बहना को, बहन बांधें भईया को
भईया बांधें बहना को
फर्क सिर्फ रक्षा से पड़ता |


Meri Kalam - Jyosha


Sunday, 6 August 2017

Dosti Ek Anokha Ehsaas Hai

merikalam-jyosha

Tere Sath Jo Hai
Aisa Kahi Raaz Nahi
Tere Pass Jo Hai
Aisa Kahi Ehsaas Nahi
Teri Yaad Jo Hai
Fir Aati Koi Yaad Nahi
Teri Baat Jo Hai
Fir Lafzo Mai Dusri Koi Baat Nahi
Teri Ankho Mai Jo Pyaar Hai
Aisa Kahi Pyaar Nahi
Tu Dosti Hai Jeevan Bhar Ki
Koi Do Pal Chalnai Wala Pyar Nahi


तेरे साथ जो है
ऐसा कोई राज़ नहीं
तेरे पास जो है
ऐसा कोई एहसास नहीं
तेरी याद जो है
फिर आती कोई याद नहीं
तेरी बात जो है
फिर लफ्जों मे दूसरी कोई बात नहीं
तेरी आँखों मे जो प्यार है
ऐसा कही प्यार नहीं
तू दोस्ती है जीवन भर की
कोई दो पल चलने वाला प्यार नहीं


Meri Kalam - Jyosha

Sunday, 23 July 2017

Best Friend Relationship Goals


jyosha


Choose a relationship in which you are a choice 

not an option because you are born to become 

a choice not an option


Meri Kalam - Jyosha

Wednesday, 12 July 2017

Pankho Ki Jarurat Nahi Lambi Udaan Ke Liye


पंखो की जरुरत नहीं,

तू मन से उड़,

आसमान की जरुरत नहीं,

तू जहान मे उड़,

तू बेटी है भारत की,

पूरे हिन्दुस्तान मे उड़ !!!


Meri Kalam - Jyosha

Monday, 3 July 2017

Waqt kabhi Nahi Teharta Hai

वक्त कभी नहीं ठहरता है


Vidisha Srivastava

छोर दे सब वक्त पर
वक्त ही तुझे अच्छे वक्त से मुलाकात करायेगा !
जितना रोता है तू 
ये फिर मुस्कुराना सिखायेगा !
रात के बाद सूरज निकलता है
बुरे वक्त मे ही अच्छे इंसान का पता चलता है
जो सदियों से चलता आ रहा है
धैर्य रख वो एक दिन मे थोड़ी बदलता है
वरना यूही लोग नहीं कहते है 
कि वक्त सबका बदलता है

Meri Kalam - Jyosha

Sunday, 2 July 2017

Aurat Koi Shabd Nahi Tere Janm Ka Praman Hai

औरत कोई शब्द नहीं तेरे जन्म का प्रमाण है


vidisha srivastava

तू किताब की कुछ पंक्तिया नहीं
तू पूरी की पूरी किताब है
जो समेट कर सबको बैठीं
तू समुंदर वो विशाल है
तू इतिहास की मिसाल नहीं
तू आज की मशाल है

Meri Kalam - Jyosha